रे मीता

रे मीता चल भागे चल दौड़े...
एक गली न छोड़े
कच्ची अमिया तोड़े
चाहे रोके लोग निगोड़े
रे मीता गम की बाह मरोड़े
रे मीता चल भागे चल दौड़े

रे मीता मैं बन्दर तू भालू
शल्जम कच्च कचालू
चल घुटने लहू सना ले
चल गिर गिर जख्म लगा ले
रे मीता बचपन फुंसी फोड़े
रे मीता गम की बाह मरोड़े
रे मीता चल भागे चल दौड़े

रे मीता कटी पतंगे लुटे
जामुन काले कलूटे
सुन मंदिर घंटी बाजी
सुन मिस्री बांटे आजी
रे मीता तबडक तबडक घोड़े
रे मीता गम की बाह मरोड़े
रे मीता चल भागे चल दौड़े

रे मीता मुनिया बानी लुगाई
खूसट की तेहरवी आई
रे मीता दोनों तरफ मिठाई
हमने भी गजब पचाई
सब चुटकुले हंसोड़े
रे मीता गम की बाह मरोड़े
रे मीता चल भागे चल दौड़े

रे मीता चाँद है छत पे उतरा
रे मीता दूर रो रहा कुतरा
खर्राटा सरगम गाये
क्यों नींद हमें न आये
रे मीता ठंडी चादर छत पे
रे मीता सपनोवाले रथ पे
अंबर से चांदी तोड़े
रे मीता गम की बाह मरोड़े
रे मीता चल भागे चल दौड़े
- स्वानंद किरकिरे

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